यह जनजातीय महाविद्यालय उत्तराखण्ड राज्य के श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है। जौनसार बावर क्षेत्र में उच्च शिक्षण संस्थान खोलने के लिए वर्ष 1988 में जनजातीय समुदाय द्वारा एक बड़ा जन आंदोलन “साहिया डिग्री कॉलेज" के नाम पर किया गया परंतु यह आंदोलन सफल नहीं हुआ। जौनसारी जनजातीय क्षेत्र के जनमानस में उच्च शैक्षणिक संस्था खोलने की मनोभावना दीर्घकाल से रही, जो लगभग तीन दशक से भी अधिक वर्षों के संकल्पों व सात्विक संघर्षो के उपरान्त सरदार महिपाल राजेन्द्र जनजातीय (पी.जी.) कॉलेज साहिया के रूप में पूर्ण हुई। उच्च शिक्षा के प्रति जनजातीय छात्र-छात्राओं की अत्यधिक अभिरुचि के प्रति सजग प्रबन्ध समिति ने वर्ष 2017 में सरदार महिपाल राजेन्द्र जनजातीय (पी.जी.) कॉलेज की स्थापना की जिसे पूर्व में (सरदार महिपाल राजेन्द्र स्नातक महाविद्यालय) के रूप में जाना जाता था, का नाम बदल दिया गया और इसे उत्तराखण्ड राजकीय विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कराया गया।